मंत्र की रचना जो ध्वनि विज्ञान पर आधारित है। उदाहरण स्वरूप जब एक अच्छा अभ्यासी संगीतकार गीत गाता है तो सुनने वाले एकदम मुग्ध होकर हिलने लगते हैं, किंतु वही गीत और सरगम जब अन्य अनभ्यासी व्यक्ति गाता है तो लोग उठकर चले जाते हैं, क्योंकि वह उस लय के साथ समुचित उच्चारण (बोल) नहीं कर पा रहा है। ठीक इसी प्रकार मंत्रों का शुद्ध रूप से उच्चारण करने पर हमारे मन के अंदर निहित ऊर्जा संबंधित देवता के आव्हान प्रतीक से जाग्रत होती है। 🎻🌹🎻🌹🎻🌹
https://youtu.be/2s78EwzO0RY
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